सत्य के साथ
Edited By Naresh Soni हम बात करते है समाज में महिलाओं के सम्मान की ,उनको समाज में बराबरी का दिलवाने की लेकिन आज की घटना ऐसी है कि जब हमे इसके बारे में पता चला तो हमारी रूह अन्दर तक कपने लग गयी और हम […]
Sexual assault Sexual OffenceWritten by Naresh Soni जब पूरा विश्व COVID-19 से ग्रसित हुआ तो हमारा देश भी अछूता नहीं रहा. हमारे देश में भी लॉकडाउन जेसी सख्त प्रतिबंधियाँ लगाई गई जिसकी वजह से कई युवा बेरोजगार हो गए.जितने लोग लॉकडाउन में बेरोजगार हुए उतने वापस रोज़गार प्राप्त […]
Consumer finance Hawala Money India-China Loan Application money launderingEnforcement Directorate (ED) ने शनिवार को non-banking financial company (NBFC) Kudos Finance and Investment Private Limited के प्रोमोटर,डायरेक्टर और CEO Pavitra Pradip Walvekar को हिरासत में लिया है और उसके बाद Pavitra Pradip Walvekar को 15 की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है Enforcement Directorate […]
Hawala Money Loan Application money launderingEdited By Naresh Soni हम बात करते है समाज में महिलाओं के सम्मान की ,उनको समाज में बराबरी का दिलवाने की लेकिन आज की घटना ऐसी है कि जब हमे इसके बारे में पता चला तो हमारी रूह अन्दर तक कपने लग गयी और हम […]
Sexual assault Sexual OffenceEdited By Naresh Soni
हम बात करते है समाज में महिलाओं के सम्मान की ,उनको समाज में बराबरी का दिलवाने की लेकिन आज की घटना ऐसी है कि जब हमे इसके बारे में पता चला तो हमारी रूह अन्दर तक कपने लग गयी और हम यह सोचने लगे की हमारे समाज में इस तरह के दरिन्दे भी मोजूद है जो इस तरह की घटनाये अंजाम देते है .
हमारी सरकार हमेशा महिलाओं के मान सम्मान की बाते करती है फिर चाहे वो मोदी जी हो या विपक्ष की प्रियंका गाँधी हो लेकिन इतना कुछ होने के बाद भी क्यों हमारा समाज महिलाओं के सम्मान की रक्षा नही कर प् रहा है ,आखिर हम सभी से चूक किस जगह हो रही है ,कब हमारा समाज महिलाओं की कठपुतली समझना छोड़ेगा.
आज हम जो घटना बताने जा रहे है वो छत्तीसगढ़ की सरकारी स्कूल की अध्यापिका है जिनकी शादी अक्टूबर 2019 में इंडोर के एक बिल्डर से मेट्रोमेनी वेबसाइट के माध्यम से हुई . इस अध्यापिका के साथ जो हुआ वो आप इन्ही के ब्यान में सुन लीजिये जो एक न्यूज़ पेपर को दिए है ..
अध्यापिका का ब्यान जो की एक न्यूज़ पेपर को दिया गया है .
मैं छत्तीसगढ़ में सरकारी स्कूल में टीचर थी। साल 2019 में जीवनसाथी डॉट कॉम पर राजेश विश्वकर्मा का प्रपोजल आया। अपनी प्रोफाइल में उसने डेट ऑफ बर्थ 1985 लिखी थी, जो कि असल में 1974 है। उसने खुद को डाइवोर्सी, नॉन ड्रिंकर बताया और इनकम एक करोड़ से ज्यादा लिखी थी। 24 अक्टूबर, 2019 को हमने रायपुर के होटल में शादी कर ली। मेरी फैमिली से सारे लोग शादी में मौजूद थे। राजेश की फैमिली से कोई नहीं आया। मेरे फैमिलीवालों ने ऑब्जेक्शन किया, पर बात इज्जत की थी। शादी के बाद इंदौर के एक होटल में 4 दिन ठहराया। इसके बाद अपने फार्म हाउस ले गया।
युवराज फार्म हाउस में शुरुआती 5 दिन मुझे कमरे में बंद कर रखा गया। मुझसे कहा कि, परिवार के लोग शादी से नाराज हैं। शादी के 15 दिन तक राजेश ठीक रहा, इसके बाद शुरू हुआ उसके हैरेसमेंट का दौर। मेरे पास मोबाइल नहीं था। अपने मोबाइल से सामने बैठाकर बात कराता था। कॉल रिकॉर्डिंग पर होती थी। फार्म हाउस में न्यूड पार्टियां हुआ करती थीं। नौकर निगरानी करते थे।
राजेश मुझे पोर्न मूवी दिखाकर उसी तरह रिलेशन बनाने के लिए कहता। अननैचुरल सेक्स करता था। मना करने पर टॉर्चर करता। फार्म हाउस पर मुझे बिना कपड़ों के रखने लगा। नौकर विपिन को कहकर कपड़े छिपा दिए। अब विपिन भी मेरे साथ गलत हरकत करने लगा था। राजेश, विपिन से मुझ पर ठंडा पानी डलवाता और दोस्तों के सामने बिना कपड़ों के डांस कराता। कुर्सी पर सिगरेट के कश लगाते हुए मुझे घूरता। डांस के बाद सभी मेरे साथ रेप करते। सिगरेट से प्राइवेट और बॉडी के दूसरे पार्ट दागते। दांतों से काटते थे। इसके वीडियो भी उसने बना रखे हैं।
मैं 16 सितंबर 2021 को छत्तीसगढ़ लौट गई। आत्महत्या का मन बना चुकी थी। लेकिन राजेश ने मुझे और परिवारवालों को मारने के लिए दो गुंडे घर भेज दिए। बात परिवार पर आई तो मैं हिम्मत जुटाकर इंदौर लौटी। थाने जाकर FIR कराई।
कोन है ये आरोपी
गैंगरेप के इस मामले में गिरफ्त में आए चारों आरोपी नागदा के रहने वाले हैं। मुख्य आरोपी बिल्डर राजेश विश्वकर्मा के पिता जगदीश विश्वकर्मा का नागदा में इंजीनियरिंग वर्क्स का कारोबार है। राजेश शुरू से आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहा है। इसी कारण उसके पिता ने कभी उसे पसंद नहीं किया। उन्होंने राजेश को साल 2018 में घर से निकाल दिया था। जिसके बाद से वह इंदौर में रहने लगा। यहीं पर उसकी दोस्ती अंकेश बघेल, विपिन भदौरिया और विवेक विश्वकर्मा के साथ हुई। अंकेश और विवेक का आपराधिक रिकॉड नहीं मिला है।
चारों आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म की धाराओं 376 (2जी), 376 (2एन) सहित धारा 377, 323, 594, 206 व 25 आर्म्स एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। पड़ोसियों ने बताया कि आरोपी विपिन भदौरिया प्रकाश नगर निवासी है। उस पर करीब एक दर्जन आपराधिक मामले दर्ज हैं। विपिन हथियारों का भी शौकीन है। उसने अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर बंदूक थामे हुए फोटो लगा रखा है। विपिन के पिता दिनेश पर भी एक दर्जन आपराधिक मामले दर्ज हैं। वो यूपी के आगरा में रहते हैं।
Written by Naresh Soni जब पूरा विश्व COVID-19 से ग्रसित हुआ तो हमारा देश भी अछूता नहीं रहा. हमारे देश में भी लॉकडाउन जेसी सख्त प्रतिबंधियाँ लगाई गई जिसकी वजह से कई युवा बेरोजगार हो गए.जितने लोग लॉकडाउन में बेरोजगार हुए उतने वापस रोज़गार प्राप्त […]
Consumer finance Hawala Money India-China Loan Application money launderingWritten by Naresh Soni
जब पूरा विश्व COVID-19 से ग्रसित हुआ तो हमारा देश भी अछूता नहीं रहा. हमारे देश में भी लॉकडाउन जेसी सख्त प्रतिबंधियाँ लगाई गई जिसकी वजह से कई युवा बेरोजगार हो गए.जितने लोग लॉकडाउन में बेरोजगार हुए उतने वापस रोज़गार प्राप्त नही कर सके.जिसकी वजह से लोगो को आर्थिक समस्याओं से लड़ना पड़ रहा है.
जब लॉकडाउन हुआ तो कई लोग अपने अपने लोन की किस्ते समय पर नही भर पाए जिसकी वजह से बैंक और NBFC कंपनियों ने लोगो को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया और कई लोगो को तो इतना प्रताड़ित किया की उन युवाओं ने आत्महत्या करने जेसे कदम उठा लिए.कई राज्यों से अलग अलग खबरे आने लगी की आज इस युवा ने आत्महत्या कर ली कल उसने युवा ने कर ली.प्रताड़ित होकर आत्महत्या का सिलसिला यही नही रुका और आज भी जारी है .
आज हम आपको बतायेगे की आखिर क्यूँ ED और CID की इतनी कार्यवाही के बाद भी ये प्रताड़ना सिलसिलेवार चली जा रही है . कभी किसी बच्ची की फोटो को शेयर करके उसके रेप और हत्या की झूठी खबर वायरल करके लोन वसूली की जा रही है तो कभी रात के 12 बजे बाद मेसेज करके पेसे मांगे जा रहे है .
जब हमारे द्वारा इस मामले की तह तक जाने का फेसला किया और छानबीन की तो हमे मालूम चला कि जिन कंपनियों पर कार्यवाही हुई थी वो कंपनियां फिजिकली अभी कोई ऑपरेशन नही कर रही है .इसका मतलब यह हुआ की वो कोई ऑफिस खोलकर वह एम्प्लोयी बैठाकर लोन वसूली का काम नही कर रही है ,जबकि इन कंपनियों के मालिक वापस अपने देश चले गए है.
तो आखिर ये सब केसे हो रहा है ?
इसका दो कारण है पहला ये की जब सभी कंपनियों के रेड पड़ रही थी तब उनके कुछ कर्मचारी अपने सिस्टम मतलब लैपटॉप या मोबाइल लेकर वह से चले गए जिसकी वजह से ग्राहकों का डाटा उन लोगो के हाथ लग गया और यही लोग पैसों के लालच में आकार ग्राहकों के डाटा का गलत उपयोग करके उनसे लोन वसूली कर रहे है लेकिन इसमें एक समस्या सबसे बड़ी ये हो गयी है जिन लोगो ने लोन नही भी लिया था उन लोगो का मोबाइल नंबर भी इन लोगो के पास आ गया और अब ये लोग उन लोगो को भी मेसेज भेजकर धमकी देते है या प्रताड़ित कर रहे है . ये नंबर इसलिए आये क्युकी जब किसी ने लोन लिया होगा और उस ग्राहक के फ़ोन का सारा डाटा इन एम्प्लोयी के पास था तो इन लोगो ने सभी को मेसेज करना शुरू कर दिया और पैसा वसूली शुरू कर दी .
अब बताते है दूसरा कारण :
कुछ कंपनी दुसरे देशों में बैठकर अपने ऑपरेशन मेनेजर से वापस कांटेक्ट करके एक मोटे कमिसन का लालच देकर पुराने एम्प्लोय को घर से ही काम करवा रहे है और उनसे से लोन वसूली करवाई जा रही है. इन लोगो ने अपने देश में सर्वर लेकर वापस अपनी लोन apps को ऑनलाइन कर दिया और जो डाटा इनके पास था उसी से ये लोग वसूली कर रहे है .
इसका समाधान क्या है ?
आप लोगो को यह जानकार हेरानी होगी कि हकीकत में इसका कोई समाधान है ही नही जब तक हमारा विदेश मंत्रालय इसमें शामिल नही हो जाता और दुसरे देशों में बैठकर ऑपरेट करने वालों लोगो के खिलाफ कोई कार्यवाही नही करता है.
जब हमारी लोकल पुलिस इस मामले को सीरियस नही लेती तब तक इसका कोई समाधान नही है. कई जगहों की हालत ऐसी है कि पुलिस थाने में कोई शिकायत तक नही लिखी जाती है कार्यवाही तो दूर की बात है .
हमारे गृह मंत्रालय को इस मामले में देखना चाहिए क्युकी वित्त मंत्रालय से लोगो को उम्मीद खत्म हो चुकी है और RBI से तो लोगो को कोई उम्मीद है ही नही है . लोगो के मुताबिक जिस तरह का कार्य इस मामले में RBI ने किया वो 100% नाकाफी है .
एक मात्र समाधान
इसका एक मात्र समाधान यही है कि हमे इनके खिलाफ लड़ते रहना होगा . इन लोगो की प्रताड़ना से नही डरना है . अपने परिवार और कांटेक्ट लिस्ट के लोगो को समझाओ कि आपके साथ क्या हुआ है. पुलिस थाने में जाओ वहां रिपोर्ट दर्ज करवाओ ,अगर उनके द्वारा कोई रिपोर्ट दर्ज नही की जाती है तो उनके ऊपर के अधिकारीयों को उनकी शिकायत भेजो और फिर भी किसी तरह कली कोई शिकायत दर्ज नही होती है तो आपको अपने वकील का सहारा लेकर 156-B के माध्यम से कोर्ट से FIR करवानी होगी जिसके बाद वहां के पुलिस अधिकारी खुद आपके मामले की जांच करने के लिए बाध्य हो जायेगे .
इस कार्यवाही में आपका कोई खर्चा नही लगता है शिवाय कुछ पेपर्स और स्टाम्प के अलावा और वकील भी इसमें ज्यादा फीस नही लेंगे अगर आप उन्हें समझाओ तो .
जिस तरह की घटनाये अभी सामने आ रही है आत्महत्या करने जेसी वो न करे . क्युकी इन लोगो का कुछ नही जायेगा परेशान होंगे तो आपके घर वाले वो जिन्दगी भर बेचारे रोते रहेगे की उनका जवान बेटा या बेटी उन्हें छोड़कर चले गए . आप मजबूत बनिए और इसके खिलाफ जो जो लोग आवाज़ उठा रहे है उनका साथ दीजिये ताकि वो लोग और मजबूत हो .और यह लड़ाई कोई छोटी नही होने वाली है यह लड़ाई आगे तक जाएगी .
Enforcement Directorate (ED) ने शनिवार को non-banking financial company (NBFC) Kudos Finance and Investment Private Limited के प्रोमोटर,डायरेक्टर और CEO Pavitra Pradip Walvekar को हिरासत में लिया है और उसके बाद Pavitra Pradip Walvekar को 15 की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है Enforcement Directorate […]
Hawala Money Loan Application money launderingEnforcement Directorate (ED) ने शनिवार को non-banking financial company (NBFC) Kudos Finance and Investment Private Limited के प्रोमोटर,डायरेक्टर और CEO Pavitra Pradip Walvekar को हिरासत में लिया है और उसके बाद Pavitra Pradip Walvekar को 15 की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है
Enforcement Directorate (ED) एजेंसी ने एक बयान में कहा कि Pavitra Pradip Walvekar को हैदराबाद में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) PMLA की विशेष अदालत में पेश किया गया, जिसने उसे 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
ED के द्वारा यह कार्यवाही instant personal loans APPS के केस में ली गयी है जिसमे पहले कई लोगो ने आत्महत्या कर ली थी . बाद में जब जांच होना शुरू हुआ तो यह मामला तो पूरी तरह से हवाला के व्यापार का निकला .एक बयान में कहा गया है कि चाइना कंपनियों के फण्ड से चलने वाली फिनटेक कंपनियों के साथ मिलकर ये NBFC कंपनियां सात दिन ,चोदह दिन का लोन देकर लोगो की रेंगिंग करते थे ,उन्हें प्रताड़ित करते थे.
एजेंसी के द्वारा कहा गया है कि “कुडोस फाइनेंस कंपनी,सर्विसेज प्रोवाइडर कंपनियों के साथ एक अग्रीमेंट करती थी जिसमे ग्राहक को लोन लेने और चुकाने के प्रोत्साहित करना,उनकी eligibility को जांचना ,ग्राहकों से उनके डाक्यूमेंट्स इकठ्ठा करना ,उन्हें जांचना,लोन की वसूली करना और जितने भी कार्य लोन देने से लेकर वसूलने तक के होते है उन सभी का अग्रीमेंट होता था .
एजेंसी के द्वारा बताया गया कि कुडोस कंपनी इन फिनटेक कंपनी से सर्विस अग्रीमेंट करती थी लेकिन वास्तविकता में उनको अपने NBFC लाइसेंस का गलत इस्तेमाल करने की अनुमति देती थी .
एजेंसी के द्वारा बताया गया कि कुडोस कोमप्न्य के द्वारा बहुत ही कम पैसा लगाया जाता था लेकिन अपनी सर्विस प्रोवाइडर कंपनी से security deposits के तोर बहुत ही बड़ी राशि ली जाती थी और उसके बाद पेमेंट गेटवे में separate merchant ID (MID) बनवा दी जाती थी जो कि हर एक लोन apps के लिए अलग होती थी और इन्ही आई. डी. के पेमेंट गेट वे अकाउंट में security deposits के तोर पर ली गयी राशि को जमा करवा दिया जाता था .कुडोस कंपनी का खुद का कभी कोई लोन अप्प नही रहा है .
एजेंसी के द्वारा यह भी बताया गया कि कुडोस कंपनी खुद कभी लेंडिंग के बिज़नस में नही रही है .एक छोटा सा स्टाफ रखकर अंधे तरीके से फिनटेक और nbfc के बीच के MoUs को ऑपरेट करने दिया जाता था .और इस तरह से फिनटेक कंपनियां अपने फंड्स पर लोन बिज़नस करती थी . साथ ही ED के द्वारा आरोप लगाया गया कि बिना कुछ किये कुडोस कंपनी इन फिनटेक कंपनियों से मोटी रकम लेती थी .
फिलहाल किसी भी सरकारी अधिकारी या एजेंसी के माध्यम से यह नही बताया गया कि कुल कितनी राशि का हवाला रैकेट था क्युकी जांच अभी तक भी जारी है . कीई नामी कंपनी अभी तक राडार में पूरी तरह से नही आ पाई है . या तो इन कंपनियों के अधिकारी भाग गए या इन कंपनियों पर जांच चल रही है .
हमारे सूत्रों के अनुमान के मुताबिक यह हवाला रेकेट सवा लाख करोड़ के करीब का है .जहा इन कंपनियों में एक जगह बैंक खातों में ही करोडो रूपये सीज करे गए और इस तरह के कई बैंक खाते है जिन्हें सीज किया गया है .
नई दिल्ली: यूं तो देश में ज्यादातर लोग पुलिस (Police) के डर की वजह से उससे दूर रहना ही पसंद करते हैं. लेकिन खाकी हर बार गलत वजहों से सुर्खियों में हो ऐसा भी नहीं है. पुलिस के अच्छे काम यानी गुड वर्क भी इंटरनेट की […]
नई दिल्लीनई दिल्ली: यूं तो देश में ज्यादातर लोग पुलिस (Police) के डर की वजह से उससे दूर रहना ही पसंद करते हैं. लेकिन खाकी हर बार गलत वजहों से सुर्खियों में हो ऐसा भी नहीं है. पुलिस के अच्छे काम यानी गुड वर्क भी इंटरनेट की दुनिया में जमकर वायरल होते हैं. ताजा मामला दिल्ली के पालम गांव का है. जहां दिल्ली (Delhi) पुलिस के एक कॉन्सटेबल भगवान सहाय एक परिवार के लिए मसीहा बन कर पहुंचे.
आपको बता दें कि पालम गांव में एक डेढ़ साल की बच्ची आग की लपटों के बीच घिरी थी. उसकी जान खतरे में थी भगवान सहाय मानों इस मासूम बच्ची के लिए भगवान बनकर आए और आग से निकाल कर उस मासूम की जान बचाई. ये घटनाक्रम बीती रात तब सामने आया जब देर रात पुलिस को सूचना मिली कि पालम गांव के मकान नंबर Z 32 में आग लगी है. पुलिस को ये सूचना घर की सदस्या खुशी ने दी. घर के चौथी मंजिल में आग लगी थी.
आग गैस पाइप लाइन में रिसाव के वजह से लगी थी. मौके पर दिल्ली पुलिस के एएसआई नरेश, कॉन्सटेबल भाग चन्द, कॉन्सटेबल अजय और कॉन्स्टेबल भगवान सहाय मौके पर पहुंचे. उन्होंने फौरन अपनी तेज नजरों से हालात का जायजा लिया. फौरन पूरे इलाके को खाली कराने के साथ रेस्क्यू वर्क की शुरुआत हुई.
सोशल मीडिया पर CDS जनरल बिपिन रावत के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पोस्ट को करीब एक घंटे बाद डिलीट कर दिया गया था। टोंक पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया था। गुरुवार सुबह गिरफ्तार युवक […]
क्राइमसोशल मीडिया पर CDS जनरल बिपिन रावत के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पोस्ट को करीब एक घंटे बाद डिलीट कर दिया गया था। टोंक पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया था। गुरुवार सुबह गिरफ्तार युवक से पूछताछ की जा रही है।
एसपी ओमप्रकाश ने बताया कि टोंक शहर के राज टॉकीज के पास रहने वाले जावाद (21) पुत्र अब्दुल नक्की खान को गिरफ्तार किया गया है। वह कॉम्पिटिशन एग्जाम की तैयारी कर रहा है। CDS जनरल बिपिन रावत के शहीद होने की सूचना के बाद बुधवार देर शाम जावाद ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली। पोस्ट में रावत के शहीद होने को लेकर अभद्र टिप्पणी की गई थी। पोस्ट के वायरल होने पर लोगों में आक्रोश व्याप्त है। पोस्ट को लेकर पुलिस अफसरों से शिकायत की गई। पोस्ट डालने के करीब एक घंटे बाद जावाद ने पोस्ट को डिलीट कर दिया। तब तक हजारों की संख्या में लोग उस पोस्ट को पढ़ चुके थे।
तलाश में रातभर जुटी रहीं चार टीमें
एसपी ओमप्रकाश ने मामले को गंभीरता से लेकर तुरंत पुलिस की चार टीमें बनाई। साइबर सेल व मोबाइल लोकेशन के आधार पर चारों टीमें तलाश में जुट गईं। रातभर जावाद की तलाश में पुलिस दबिश देती रही। आखिरकार, गुरुवार सुबह मोबाइल लोकेशन के आधार पर जावाद पकड़ा गया।
अजमेर से कॉलेज छात्रा काे जान से मारने की धमकी देकर अपहरण और गैंगरेप का मामला सामने आया है। पीड़िता के साथ जयपुर व टोंक ले जाकर दुष्कर्म किया गया। पीड़िता ने गेगल थाना पुलिस को आरोपियों के खिलाफ शिकायत दी है। मामला करीब एक […]
Sexual assault Sexual Offenceअजमेर से कॉलेज छात्रा काे जान से मारने की धमकी देकर अपहरण और गैंगरेप का मामला सामने आया है। पीड़िता के साथ जयपुर व टोंक ले जाकर दुष्कर्म किया गया। पीड़िता ने गेगल थाना पुलिस को आरोपियों के खिलाफ शिकायत दी है। मामला करीब एक साल पुराना है। गेगल थाना SHO नन्दूसिंह ने बताया कि शुक्रवार देर रात मामला दर्ज करवाया गया है। मामले की जांच IPS सुमित मेहरड़ा को सौंपी गई है।
अजमेर के केसरगंज में रहने वाली पीड़िता ने दी रिपोर्ट में बताया कि 25 अक्टूबर 2020 को दोपहर पौने दो बजे देशवाली मोहल्ला टोंक निवासी आमिर पुत्र अनीस व उसका दोस्त मोहम्मद फरदीन उसके चाचियावास स्थित आर्यभट्ट कॉलेज आए। उसे, उसके भाई व परिवार को जान से मारने की धमकी देकर गाड़ी में बिठाया। इसके बाद मुंह पर कपड़ा बांधा। फिर जबरदस्ती कुछ पिला दिया। इसके बाद वह बेहोश हो गई। आंख सिन्धी कैम्प स्टेशन जयपुर में खुली।
पीड़िता ने बताया कि आमिर पहले धर्म बदलकर उसे धोखा दे चुका है। होश में आने पर आमिर से बार-बार परेशान करने का कारण पूछा। उससे कहा कि जैसा तुमने कहा वैसा किया फिर मुझे क्यों लाए हो। इस पर आमिर ने कहा कि जहां ले जाता हूं चल, जैसा कहता हूं कर। जयपुर में आमिर के चाचा के लड़के आमिर व फैजान के घर पर लेकर गया। वहां दो घंटे तक जबदरस्ती मारपीट कर गैंगरेप किया। साथ ही खुद का धर्म कबूल करने के दबाव डाला। ऐसा नहीं करने पर जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद धर्म विशेष के स्थल पर ले गया। वहां पर पता नहीं क्या पिलाया, उसका दिमाग चकरा गया।
5 दिन कमरे में कैद रखा
इसके बाद वहां से आमिर के चाचा रमजानी के घर टोंक ले गए। 5 दिन तक कैद करके एक बंद कमरे में खाने के लिए मांस-मीट देते थे। नहीं खाया तो मारपीट की। आमिर के पूरे परिवार ने धमकाया। बोले- पुलिस केस बनेगा हम जैसा बोलते वैसा ही बयान देना है। आमिर के या हमारे खिलाफ एक भी बयान दिया परिवार को जान से मार देंगे।
पीड़िता ने पहले आरोपी के पक्ष में दिया बयान
इसके बाद डर के मारे वे जैसा बोलते थे, वैसा ही करने लग गई। बाद में उन्होंने बताया कि कल पुलिस आएगी और बयान लेगी। तुझे यही कहना है कि तू अपनी मर्जी से आमिर के साथ आई है। तेरे साथ कोई जबरदस्ती नहीं की गई है। अगर हमारे खिलाफ जरा सा भी बोला। आमिर को सजा दिलाई तो तेरे परिवार को जान से मार देंगे। उसके बाद मेरा परिवार कानूनी की मदद से मुझे लेकर गए। लेकिन डर के मारे आमिर के परिवार ने जैसा कहा, वैसा बयान टोक थाने में दिया।
अजमेर आने पर बढ़ा पीड़िता का हौसला
पुलिस अजमेर लेकर आई तो परिवार के साथ घर चली आई। पीड़िता ने बताया कि आमिर के परिवार के डर से उसने टोंक में गलत बयान दिए थे। अब जो बता रही हूं वह निडर होकर सत्य कह रही हूं। आज भी वे लोग मुझे धमका रहे हैं। पीड़िता बीकानेर की रहने वाली है। इसलिए वो वहीं की पुलिस से जांच चाहती है। मामले की जांच बीकानेर के ही किसी अधिकारी से करवाई जाए और आरोपियों को सजा मिले।
नए कृषि कानून केंद्र सरकार ने वापस ले लिए हैं। शुक्रवार को देश के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने यह बड़ा ऐलान किया। अपने 18 मिनट के संबोधन में मोदी ने कहा कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को नेक नीयत के साथ लाई […]
Farmerनए कृषि कानून केंद्र सरकार ने वापस ले लिए हैं। शुक्रवार को देश के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने यह बड़ा ऐलान किया। अपने 18 मिनट के संबोधन में मोदी ने कहा कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को नेक नीयत के साथ लाई थी, लेकिन यह बात हम किसानों को समझा नहीं पाए।
मोदी ने कहा कि हम पूरी विनम्रता से किसानों को समझाते रहे। बातचीत भी होती रही। कानून के जिन प्रावधानों पर उन्हें एतराज था उन्हें सरकार बदलने को तैयार हो गई। साथियों मैं आज गुरु नानक देवजी का पवित्र पर्व है यह समय किसी को दोष देने का नही है। मैं आज यह पूरे देश को यह बताने आया हूं कि हमने तीनों कृषि कानून वापस लेने का फैसला लेने का फैसला करता हूं। इसी महीने हम इसे वापस लेने की प्रक्रिया पूरी कर देंगे।
किसानों पर केंद्रित रहा मोदी का 18 मिनट का संबोधन
सुबह 9 बजे शुरू हुआ उनका संबोधन कोरोना के दौर में देश के नाम 11वां संदेश था। प्रधानमंत्री के पूरे संबोधन को यहां देखा जा सकता है..
प्रकाश पर्व की शुभकामनाओं के साथ शुरुआत की
मोदी ने कहा, ‘मेरे प्यारे देशवासियों आज देव दीपावली का पावन पर्व है। आज गुरुनानक देव जी का भी पावन प्रकाश पर्व है। मैं विश्व में सभी लोगों और सभी देशवासियों को बधाई देता हूं। यह भी बेहद सुखद है कि डेढ़ साल बात करतारपुर साहिब कॉरिडोर फिर से खुल गया है। गुरुनानक देव जी ने कहा है कि संसार में सेवा का मार्ग अपनाने से ही जीवन सफल होता है। हमारी सरकार इसी सेवा भावना के साथ देशवासियों का जीवन आसान बनाने में जुटी है। न जाने कितनी पीढ़ियां जिन सपनों को सच होते देखना चाहती थीं, भारत उन्हें साकार करने की कोशिश कर रहा है।
किसान कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता
प्रधानमंत्री ने कहा- मैंने किसानों की परेशानियों और चुनौतियों को बहुत करीब से देखा है। जब देश ने मुझे 2014 में प्रधानमंत्री के तौर पर देश की सेवा का मौका दिया, तो हमने किसान कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। बहुत लोग अनजान हैं कि देश के 100 में से 80 किसान छोटे किसान हैं। उनके पास 2 हैक्टेयर से भी कम जमीन है। इनकी संख्या 10 करोड़ से भी ज्यादा है। उनकी जिंदगी का आधार यही छोटी सी जमीन का टुकड़ा है।
मोदी ने कहा कि ये किसान इसी जमीन से अपने परिवार का गुजारा करते हैं, इसलिए देश के छोटे किसानों की परेशानियों को दूर करने के लिए बाजार, बीमा, बीज और बचत पर चौतरफा काम किया। हमने किसानों को अच्छी क्वालिटी के बीज के साथ नीम कोटेड यूरिया और सॉयल हेल्थ कार्ड जैसी सुविधा दी। इन प्रयासों से प्रोडक्शन बढ़ा। हमने फसल बीमा योजना से ज्यादा से ज्यादा किसानों को जोड़ा। बीते चार साल में एक लाख करोड़ से अधिक का मुआवजा किसान भाई-बहनों को मिला है।
PM ने कहा- हम छोटे किसानों के लिए बीमा और पेंशन की सुविधा भी लाए। हम उनकी सुविधाओं को ध्यान रखते हुए उनके खातों में सीधे एक लाख 62 हजार करोड़ रुपए ट्रांसफर किए। उन्हें उनकी उपज की सही कीमत मिले, इसके लिए भी कई कदम उठाए। इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर किया, MSP बढ़ाई। इससे उपज के पिछले कई रिकॉर्ड टूट गए है। देश की मंडियों को ई-नाम योजना से जोड़कर किसानों को अपनी उपज कहीं भी बेचने का प्लेटफॉर्म दिया। कृषि मंडियों पर करोड़ों रुपए खर्च किए। पहले के मुकाबले देश का कृषि बजट 5 गुना बढ़ गया है।
हम छोटे किसानों के फायदे के लिए तीनों कृषि कानून लाए थे
मोदी ने कहा कि किसानों की ताकत बढ़ाने के लिए दस हजार एफपीओ किसान उद्पादक संगठन बनाने की भी प्लनिंग है, इस पर 7 हजार करोड़ रुपए का फंड खर्च किए जा रहे हैं। हमने क्रॉप लोन बढ़ा दिया। यानी हमारी सरकार किसानों के हित में लगातार एक के बाद एक कदम उठाती जा रही है। पूरी ईमानदारी से काम कर रही है। साथियों किसानों की इसी अभियान में देश में तीन कृषि कानून लाए गए थे। देश के किसानों को खासकर छोटे किसानों को फायदा हो। यह मांग देश में लंबे समय से होती रही थी। पहले भी कई सरकारों ने इस पर मंथन किया था। इस बार भी संसद में चर्चा हुई मंथन हुआ और यह कानून लाए गए। देश में अनेक किसान संगठनों ने इसका संमर्थन किया। मैं आज उन सभी का बहुत-बहुत आभारी हूं। धन्यवाद करता हूं।
मोदी ने कहा- नेक नीयत से कानून लाए, लेकिन समझा नहीं पाए
हमारी सरकार किसानों के लिए खासकर छोटे किसानों के हित में पूरी सत्य निष्ठा से किसानों के प्रति पूर्ण समर्पण भाव से यह कानून लेकर आई थी, लेकिन यह हम अपने प्रयासों के बावजूद कुछ किसानों को समझा नहीं पाए। हम पूरी विनम्रता से किसानों को समझाते रहे। बातचीत भी होती रही। हमने किसानों की बातों को समझने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कानून के जिन प्रावधानों पर उन्हें एतराज था उन्हें सरकार बदलने को तैयार हो गई। साथियों मैं आज गुरु नानक देवजी का पवित्र पर्व है यह समय किसी को दोष देने का नही है। मैं आज यह पूरे देश को यह बताने आया हूं कि हमने तीनों कृषि कानून वापस लेने का फैसला लेने का फैसला करता हूं। इसी महीने हम इसे वापस लेने की प्रक्रिया पूरी कर देंगे।
दिवाली पर 100 करोड़ वैक्सीनेशन पर बधाई दी थी
कोरोना काल के 20 महीने में मोदी 10 बार राष्ट्र को संबोधित कर चुके हैं। यह इस साल का उनका चौथा संबोधन है। दिवाली से पहले दिए 20 मिनट के संबोधन में मोदी का ज्यादातर फोकस कोरोना वैक्सीन के 100 करोड़ डोज पूरे होने और महामारी से निपटने के तरीकों पर रहा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने एक संदेश भी दिया कि महामारी के वक्त जो सवाल उठे थे, देश ने उनके जवाब दे दिए हैं। साथ ही साथ उन्होंने अर्थव्यवस्था, किसानों और त्योहारों का भी जिक्र किया, तो मास्क को लेकर नया मंत्र भी दिया।
जिले के गांव 81 एलएनपी में मंगलवार को नया मोबाइल दिलाने की जिद में दसवीं कक्षा के एक स्टूडेंट ने कीड़े मारने की चॉक निगल ली। इससे उसकी हालत बिगड़ गई। परिजनों ने उसे गांव निरवाणा के सीएचसी में भर्ती करवाया है। जहां उसका इलाज […]
Suicide Attemptजिले के गांव 81 एलएनपी में मंगलवार को नया मोबाइल दिलाने की जिद में दसवीं कक्षा के एक स्टूडेंट ने कीड़े मारने की चॉक निगल ली। इससे उसकी हालत बिगड़ गई। परिजनों ने उसे गांव निरवाणा के सीएचसी में भर्ती करवाया है। जहां उसका इलाज चल रहा है। हालांकि किशोर के पिता उसे मोबाइल दिलाने पर राजी थे। सोमवार को मोबाइल दिलाने के लिए बाजार लेकर भी गए, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर पिता रुपए का इंतजाम नहीं कर पाए और इसी दौरान बेटे ने कीड़े मारने की चॉक खा गया। खास बात यह है कि किशोर के आधा चॉक निगलते ही परिजनों को इसकी जानकारी मिल गई और वे उसे लेकर निरवाणा की सीएचसी पहुंच गए। वहां किशोर का इलाज किया जा रहा है।
किशोर के पिता करते हैं खेती
किशोर के पिता खेती करते हैं। परिजनों ने बताया कि किशोर पिछले कई दिन से मोबाइल लेने के लिए जिद कर रहा था। उसका कहना था कि उसे करीब दस हजार रुपए कीमत का टच स्क्रीन फोन चाहिए। बेटे की जिद को देखते हुए पिता ने किसी तरह से रुपए का इंतजाम करने की कोशिश की। पिता की जमीन इतनी कम है कि उससे पर्याप्त आय नहीं हो पाती। ऐसे में पिता सोमवार को बेटे को मोबाइल फोन दिलाने के लिए बाजार गए। वहां किसी से रुपए का इंतजाम करने की कोशिश की लेकिन इतनी बड़ी राशि का इंतजाम नहीं हो पाया और पिता-पुत्र लौट आए।
बेटा था नाराज
परिजनों ने बताया कि किशोर पिछले दो तीन दिन से मोबाइल नहीं दिलाने से नाराज था। इस कारण वह स्कूल भी नहीं गया। उसकी नाराजगी को देखते हुए पिता उसे लेकर बाजार गए भी लेकिन रुपए का इंतजाम नहीं होने से लौट आए। किशोर के परिजनों ने बताया कि अब उस पर जहर का असर कम हो रहा है।
सीएचसी प्रभारी डॉ. दयाराम मीणा ने बताया की किशोर बालक ने जहरीली चॉक खाने पर परिजन उसे समय पर अस्पताल ले आए। किशोर की हालत स्थिर बनी हुई है। किशोर के परिजनों ने उसके कीड़े मारने वाला जहरीला चॉक निगल लेने की जानकारी दी है।
गुरुग्राम (हरियाणा) से तीन दिन पहले जयपुर आई महिला का अपहरण कर गैंगरेप करने का मामला सामने में आया है। महिला का गैंगरैप उसकी सहेली के दोस्तों ने ही किया है। सहेली ने ही उसे आरोपियों की कार में बैठाया था। सहेली के सामने भी […]
Sexual Offence बलात्कारगुरुग्राम (हरियाणा) से तीन दिन पहले जयपुर आई महिला का अपहरण कर गैंगरेप करने का मामला सामने में आया है। महिला का गैंगरैप उसकी सहेली के दोस्तों ने ही किया है। सहेली ने ही उसे आरोपियों की कार में बैठाया था। सहेली के सामने भी उसके साथ दुष्कर्म किया गया। कुछ दूर आगे जाकर सहेली कार से उतर गई। उसके बाद आरोपियों ने फिर गैंगरेप किया।
बेहोशी की हालत में बस चालक ने महिला को दौसा में देखा। 7 नवंबर की देर रात उसने दौसा के महिला थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस जयपुर से लेकर दौसा तक आरोपियों की तलाश में जुटी है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
30 साल की महिला ने पुलिस को बताया कि वह 5 नवम्बर को अपनी सहेली से मिलने गुरुग्राम से जयपुर आई थी। पांच नवम्बर को सुबह बस से ट्रांसपोर्ट नगर पहुंची थी। उसने आगरा रोड पर रहने वाली अपनी सहेली को फोन किया। फोन करने के बाद सहेली का दोस्त बाइक से महिला को लेने आया। उसने युवती को उसकी सहेली के घर छोड़ दिया।
पांच तारीख से लेकर सात तारीख तक वह अपनी सहेली के साथ ही रही। उसने सहेली को वापस गुरुग्राम जाने के लिए बोला। पहले तो सहेली ने उसे जाने के लिए मना किया। जिद करने पर वह तैयार हो गई।
सहेली ने उसे बस तक छोड़ने के नाम पर एक कार में बैठा लिया। कार में सहेली का दोस्त और दो अन्य लड़के भी थे। बस स्टैंड ले जाने की बजाय आरोपी महिला को कहीं ओर ले जाने लगे। महिला ने कार में विरोध किया। चारों ने उसे कार से उतरने नहीं दिया। उसे कार में ही चुपचाप बैठे रहने की धमकी दी। कुछ दूरी पर एक युवक रास्ते में मिला। उसे भी कार में बैठा लिया। फिर वे कार को दौसा की तरफ ले गए। वह डर के कारण कार में चुपचाप बैठी रही।
दौसा से पहले सहेली कार से उतरी
युवती ने बताया कि सहेली के सामने आरोपियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। दौसा पहुंचने से कुछ ही देर पहले उसकी सहेली कार से उतर गई। उसके बाद कार में बैठे चारों युवकों ने शराब पी और पीड़िता के साथ अश्लील हरकतें करने लग गए। चलती कार में ही उसके साथ गैंगरेप किया। फिर दौसा में एक सुनसान जगह पर कार को रोक कर गैंगरेप किया।
महिला कार से निकल कर भागी तो चारों युवक कार लेकर भाग गए। दौसा से पहले बिजौरी बाईपास पर एक बस चालक ने महिला को बेहोशी की अवस्था में देखा। फिर पुलिस को सूचना दी। उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया। दौसा महिला थाना में गैंगरैप का मामला दर्ज किया गया है, फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
6 महीने पहले पति से तलाक
जांच में पता लगा कि महिला का 6 महीने पहले पति से तलाक हो चुका है। उसके दो बच्चे भी हैं। वह गुरुग्राम में बहन के साथ ही रहती है। दोनों बच्चों को बहन के पास ही छोड़कर जयपुर आई थी। पुलिस ने महिला का मेडिकल करा लिया है। उसका बयान भी दर्ज हो गया है।
नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में कमी के बाद राज्यों से की गई सरकार की अपील का असर दिखने लगा है. केंद्र सरकार ने जहां, डीजल पर 10 रुपये तो पेट्रोल पर 5 रुपये एक्साइज ड्यूटी कम की है वहीं एक के […]
देशनई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में कमी के बाद राज्यों से की गई सरकार की अपील का असर दिखने लगा है. केंद्र सरकार ने जहां, डीजल पर 10 रुपये तो पेट्रोल पर 5 रुपये एक्साइज ड्यूटी कम की है वहीं एक के बाद एक बीजेपी शासित राज्यों ने वैट घटाए जाने का ऐलान करना शुरू कर दिया है. अब तक 6 बीजेपी शासित राज्यों ने वैट कम किए जाने की घोषणा कर दी है वहीं एक राज्य ने जल्द ही आदेश जारी करने की बाद कही है.
1. त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने दिवाली से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 7 रुपये की कमी करने की घोषणा की है.
2. असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने पेट्रोल और डीजल के वैट में तत्काल प्रभाव से 7 रुपये कम करने की घोषणा की है.
3. वहीं गोवा के सीएम डॉ प्रमोद सावंत ने कहा है, गोवा सरकार पेट्रोल पर 7 रुपये और डीजल पर 7 रुपये कम करेगी जिससे डीजल की कीमत में 17 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल की कीमत में 12 रुपये प्रति लीटर की कमी आएगी.
4. वहीं कर्नाटक सरकार ने डीजल और पेट्रोल की कीमत में प्रति लीटर 7 रुपये की कमी करने का फैसला किया है. इसके बाद राज्य में पेट्रोल की कीमत 95.50 रुपये और डीजल की कीमत 81.50 रुपये आंकी गई है.
5. उत्तराखण्ड सरकार ने भी पेट्रोल पर 2 प्रति लीटर की अतिरिक्त राहत देने का फैसला लिया है.
6. मणिपुर सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में 7 रुपये कम करने का ऐलान किया है.
7. वहीं हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने कहा है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम करने का सराहनीय निर्णय लिया है, इसके लिए प्रदेशवासियों की ओर से प्रधानमंत्री का हार्दिक आभार. पेट्रोल और डीजल पर वैट कम करने को लेकर प्रदेश सरकार जल्द ही अधिसूचना जारी करेगी.
भारत सरकार द्वारा डीजल और पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी कम करने के बाद एक के बाद बीजेपी शासित राज्य भी वैट कम किए जाने की घोषणा कर रहे हैं. जिसकी वजह से निश्चि ही गरीब और मध्यम वर्ग को काफी मदद मिलेगी. सरकार का कहना है कि ये फैसला से पूरे इकोनॉमिक साइकिल को और स्पीड देगा. हालांकि, डीजल और पेट्रोल पर वैट की दरों को बहुत ज्यादा रखते हुए गरीबों, किसानों और मध्यम वर्ग की देखभाल करने का दिखावा करने वाले कई विपक्षी राज्यों की तरफ से वैट कम करते हुए और राहत दिया जाना बाकी है.
बता दें, दिल्ली में पेट्रोल पर वैट 30% है तो मुंबई में 26% और एडीशनल 10.12/लीटर है. वहीं कोलकाता में 25% या 13.12/लीटर जो भी अधिक हो और हैदराबाद में 35.20 प्रतिशत तक वैट लगाया जा रहा है. वहीं कांग्रेस शासित राजस्थान में वैट की दरें 36 प्रतिशत प्लस 1,500 रुपये/केएल है. डीजल में वैट विपक्षी शासित राज्यों में बहुत ज्यादा है, इसकी तुलना आप भाजपा शासित गुजरात से कर सकते हैं. गुजरात में वैट दर सिर्फ 20% है. कुल मिलाकर अब समय आ गया है कि विपक्षी शासन वाले राज्य केंद्र के इस फैसलो को आगे बढ़ाएं और पेट्रोल व डीजल दोनों पर वैट की दरों को उसी के अनुरूप कम करें. ऐसा नहीं होता है तो जनता के सामने उनके कोरे दिखावे की पोल खुल जाएगी.